ए खुदा मेरी दुआओं को नज़र करना
दिल की हसरतों और इनायतों को न सही..
मेरी सलामती की दुआ करने वालों की मुस्कान
और उनकी हसीन दुनिया को आबाद रखना...
की होगी गर मैंने शिकायत तुझसे कभी तो
इस नाचीज की खता को माफ़ करना..
मेरी जिंद तेरी रहमत का है नतीजा
सरपरस्ती से मेरी वाकिफ रखना..
जन्नत से कम नहीं ये कायनात हमारी
इसे अपने बरकत से सराबोर रखना..
बाशिंदे इसके दीवाने हैं तेरी परवरिश की
इस बाग ए गुलशन को अमन से गुलज़ार रखना...
दिल की हसरतों और इनायतों को न सही..
मेरी सलामती की दुआ करने वालों की मुस्कान
और उनकी हसीन दुनिया को आबाद रखना...
की होगी गर मैंने शिकायत तुझसे कभी तो
इस नाचीज की खता को माफ़ करना..
मेरी जिंद तेरी रहमत का है नतीजा
सरपरस्ती से मेरी वाकिफ रखना..
जन्नत से कम नहीं ये कायनात हमारी
इसे अपने बरकत से सराबोर रखना..
बाशिंदे इसके दीवाने हैं तेरी परवरिश की
इस बाग ए गुलशन को अमन से गुलज़ार रखना...
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