कह देते गर तुम हमारे पास होते...
दिखा देते एहसासों को गर दिखाई देते ...
दिल हर रोज इबादत किया करता है..
महसूस तो करो वजूद आ ही जाते..
गिला नहीं मुझको तेरे इंतज़ार का..
आस है और रहेगी की तुम मिलने आते..
सपनो से ऊँची है मेरी उड़ने..
यकीन के पैमाने नहीं आते..
रंगों में बिखरी है एहसास की किरने..
कैद नहीं कर सकते ख़ामोशी को..
तन्हाई से याराने नहीं होते..
कभी दिल लगता है आवारा सा..
पर कोई प्यार जताने नहीं आते..
काश की तुम मिलते एक दफा..
बीच डगर छोड़ तुम हमको यूँ ना जाते..
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